Examine This Report on संक्रामक रोग से बचने के उपाय



कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पतालों और वृद्धाश्रमों के लिए संगरोध अवधि नहीं घटानी चाहिए।

आईडीआईवी और जेना विश्वविद्यालय के शोधकर्ता डॉ. मिरियम हर्ट कहते हैं, हमारे अनुमान के अनुसार बड़े जानवर पहले की तुलना में गर्म जलवायु में निवास स्थानों के नष्ट होने के प्रभावों से अधिक प्रभावित होते हैं और इसलिए उनके विलुप्त होने का अधिक खतरा है।

हमें कोरोनावायरस के साथ जीना सीखना होगा, और ऐसे में यह आवश्यक है कि एक ऐसी गोली उपलब्ध हो, जिसे लेना तथाकथित रूप से आसान हो।

संपर्क के लिए खतरनाक समय उपचार से पहले ही होता है। एक बार जब दवाओं के साथ उपचार शुरू हो जाता है तो मरीज कुछ ही हफ्तों में गैर-संक्रामक हो जाता है।

निवारण : वीर्यस्खलन से पहले जो सूक्ष्म तरल निकलता है उसमें भी कई सूक्ष्मजीव होते हैं व शुक्राणु तक हो सकते हैं तथा यदि गुप्तांगों की बात न भी करें तो भी दोनों शरीरों की त्वचाएँ व साँसें तो सम्पर्क में आयेंगी ही अतः संक्रमण से बचा नहीं जा सकता यदि सम्बन्ध बनाये जा रहे हों तो।

कितासातो विश्वविद्यालय के प्राध्यापक नाकायामा तेत्सुओ का कहना है कि टीकाकरण के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। लेकिन उनके अनुसार टीका न लगवाने से ऐसी जटिल स्थिति पैदा हो सकती है जिससे मृत्यु भी संभव है। उदाहरण के तौर पर, बच्चों को एक्यूट एन्सीफ़ैलोपैथी नामक मस्तिष्क ज्वर और मायोकार्डाइटिस यानि हृदय की पेशियों की सूजन हो सकती है।

हमने दो विशेषज्ञों से छोटे बच्चों के टीकाकरण पर उनके विचार जाने।

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टीबी विकसित करने वाले अन्य जोखिम कारक जिनमें निम्न शामिल हो सकते हैं:

• ऐसे व्यक्ति जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है।

अगर आपके परिवार में या कोई करीबी सहयोगी सक्रिय टीबी से ग्रस्त मिला है, तो आपको भी टीबी के लिए टेस्ट करवाना चाहिए।

संक्रामक रोगों की रोकथाम के कुछ सामान्य उपाय निम्नलिखित हैं।

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